बिहार कला पुरस्कार 2025: प्रख्यात एवं बहुआयामी चित्रकार कौशलेश कुमार का चयन
बिहार कला पुरस्कार 2025: भोजपुर के चित्रकार कौशलेश कुमार का चयन समकालीन युवा कलाकार सम्मान हेतु”

पटना: बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आज विकास भवन, पटना में आयोजित एक गरिमामयी कार्यक्रम में विभागीय मंत्री मोतीलाल प्रसाद की अध्यक्षता में प्रतिष्ठित “बिहार कला पुरस्कार सम्मान – 2025” की घोषणा की गई। इस अवसर पर विभागीय सचिव प्रणव कुमार, निदेशक रूबी सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इस पुरस्कार का मुख्य उद्देश्य उन रचनाकारों और कलाकारों को पहचान एवं सम्मान प्रदान करना है, जिन्होंने दृश्य (चाक्षुष) और प्रदर्शन कलाओं की विविध विधाओं में अपनी सृजनात्मक प्रतिभा के माध्यम से न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश और विश्वपटल पर नई छाप छोड़ी है।
समकालीन युवा कलाकार सम्मान–
इसी क्रम में वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 के लिए चयनित कलाकारों की घोषणा की गई। गौरव की बात है कि वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु “समकालीन युवा कलाकार सम्मान – राधा मोहन समकालीन कला नवोदित पुरस्कार” के लिए भोजपुर जिले, आरा के गौरव पुत्र, प्रख्यात चित्रकार कौशलेश कुमार का चयन किया गया है।
यह पुरस्कार 24 सितम्बर 2025 को पटना में एक भव्य समारोह में बिहार सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा।
कौशलेश कुमार – कला और जीवन की प्रेरणादायी यात्रा
26 जनवरी 1985 को आरा के अनाईठ मोहल्ला में जन्मे कौशलेश कुमार की शिक्षा की आधारशिला कैथोलिक मिशन स्कूल तथा हित नारायण क्षत्रिय (+2) विद्यालय, आरा में पड़ी। इसके पश्चात् उन्होंने कला साधना को आगे बढ़ाते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी से स्नातक (BFA) और लखनऊ विश्वविद्यालय से परास्नातक (MFA) की उपाधि प्राप्त की।
उनकी कलाकृतियाँ केवल रंगों का मेल नहीं, बल्कि आत्मा और समाज के बीच संवाद का माध्यम हैं। वे स्वयं मानते हैं—
“जब रंग आत्मा से संवाद करते हैं, तो कैनवास पर पूरा जीवन मुखर हो उठता है।”
आज वे न केवल एक सशक्त चित्रकार हैं, बल्कि मार्गदर्शक शिक्षक, समाज सुधारक और सांस्कृतिक चेतना के प्रबल प्रवक्ता भी हैं। पर्यावरण, पोषण, राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक विविधता को उन्होंने अपनी कला और शैक्षणिक गतिविधियों का अभिन्न अंग बनाया है।
वर्तमान में कौशलेश कुमार भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) में कला शिक्षक के रूप में केवी आईओसी, नूनमाटी, गुवाहाटी में कार्यरत हैं और निरंतर नई पीढ़ी को कला, संस्कृति एवं जीवन मूल्यों से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं।
भोजपुर का गौरव – पूरे बिहार की उपलब्धि
कौशलेश कुमार के इस चयन पर भोजपुर के जिलाधिकारी श्री तनय सुल्तानिया (भा.प्र.से.) एवं कला एवं संस्कृति पदाधिकारी श्रीमती अनुप्रिया ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह न केवल भोजपुर जिले, बल्कि सम्पूर्ण बिहार की कला-परंपरा के लिए गौरवपूर्ण क्षण है।
यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को कला साधना और नवाचार के लिए प्रेरित करेगी। निश्चय ही यह सम्मान केवल कौशलेश कुमार का व्यक्तिगत गौरव नहीं है, बल्कि संपूर्ण भोजपुर, शाहाबाद अंचल और सम्पूर्ण बिहार की कला चेतना का उत्सव है।