Bihar news : पुलिस वाला आंख उठाकर देखेगा तो आंख निकाल लेंगे! ”गोपाल मंडल के बेटे आशीष मंडल का विवादित बयान,
जदयू मंत्री गोपाल मंडल के बेटे—ने इस बार निशाना साधा पुलिस पर। भीड़ पहले चौंकी, फिर मोबाइल कैमरे ऑन हुए और कुछ ही घंटों में वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया। अब हर तरफ़ सवाल है—क्या यह सिर्फ़ एक और बयानबाज़ी है या सचमुच सत्ता और पुलिस के बीच टकराव की आहट?

भागलपुर जिले की गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू के वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल के बेटे आशीष मंडल एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। गणेश चतुर्थी के अवसर पर आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में उन्होंने पुलिस के खिलाफ तीखी टिप्पणी की, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
“पुलिस वाला आंख उठाकर देखे तो आंख निकाल लेंगे”
मंच से संबोधित करते हुए आशीष मंडल ने कहा—
“अगर कोई पुलिस वाला आपको परेशान करे तो आप कहिए हम गोपाल मंडल के परिवार से हैं। इसके बाद भी अगर कोई पुलिस वाला आंख उठाकर देख लिया तो हम उसका आंख निकाल लेंगे।”
विपक्ष का हमला
आशीष मंडल के इस बयान ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। विपक्षी दल कांग्रेस और राजद ने इसे सत्ता के नशे में चूर मानसिकता करार दिया। राजद प्रवक्ता ने कहा कि “जदयू नेताओं के परिजन खुलेआम पुलिस को धमकी दे रहे हैं, इससे साफ है कि राज्य में गुंडाराज हावी है।”
बीजेपी ने भी साधा निशाना
बीजेपी नेताओं ने भी इसे गंभीर मामला बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कार्रवाई की मांग की। भाजपा नेता ने कहा कि यदि सत्ता पक्ष के नेताओं के परिजन इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करेंगे तो आम जनता का विश्वास प्रशासन से उठ जाएगा।
पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया
भागलपुर पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा—
“पुलिस कानून के तहत काम करती है। किसी भी व्यक्ति की ऐसी टिप्पणी अस्वीकार्य है। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है।”
जदयू का किनारा
जदयू ने इस बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि पार्टी किसी भी ऐसे वक्तव्य का समर्थन नहीं करती, जो कानून-व्यवस्था को चुनौती देता हो। पार्टी प्रवक्ता ने साफ किया कि “आशीष मंडल का बयान जदयू की नीति और आचरण से मेल नहीं खाता। ज़रूरत पड़ी तो संगठन स्तर पर कार्रवाई होगी।”
नीतीश कुमार की चेतावनी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बयान को अनुचित करार दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि “कानून सबके लिए बराबर है, चाहे कोई भी व्यक्ति क्यों न हो। किसी के भी गलत बयान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
पहले भी रहे विवादों में
गौरतलब है कि आशीष मंडल इससे पहले भी कई बार विवादित बयान और गतिविधियों को लेकर सुर्खियों में रह चुके हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयान से जदयू की छवि पर असर पड़ सकता है, खासकर तब जब बिहार में कानून-व्यवस्था और अपराध पहले से ही चुनावी मुद्दा बने हुए हैं।